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The Noble Qur'an Encyclopedia

Towards providing reliable exegeses and translations of the meanings of the Noble Qur'an in the world languages

The Most High [Al-Ala] - Hindi translation - Azizul Haq Al-Omari

Surah The Most High [Al-Ala] Ayah 19 Location Maccah Number 87

अपने सर्वोच्च पालनहार के नाम की पवित्रता का वर्णन करो।

जिसने पैदा किया और ठीक-ठीक बनाया।

और जिसने (हर चीज़ को) अनुमानित किया, फिर मार्ग दिखाया।

और जिसने चारा उगाया।[1]

फिर उसे (सुखाकर) काले रंग का कूड़ा बना दिया।[2]

(ऐ नबी!) हम तुम्हें ऐसा पढ़ाएँगे कि तुम नहीं भूलोगे।

परन्तु जो अल्लाह चाहे। निश्चय ही वह खुली बात को जानता है और उस बात को भी जो छिपी हुई है।

और हम तुम्हारे लिए सरल मार्ग आसान कर देंगे।[3]

तो आप नसीहत करते रहें। अगर नसीहत करना लाभदायक हो।

वह व्यक्ति उपदेश ग्रहण करेगा, जो डरता है।

और उससे दूर रहेगा, जो सबसे बड़ा अभागा है।

जो सबसे बड़ी आग में प्रवेश करेगा।

फिर वह उसमें न मरेगा, न जिएगा।[4]

निश्चय वह सफल हो गया, जो पाक हो गया।

तथा अपने पालनहार के नाम को याद किया और नमाज़ पढ़ी।[5]

बल्कि तुम सांसारिक जीवन को प्राथमिकता देते हो।

हालाँकि आख़िरत बहुत उत्तम और अधिक बाक़ी रहने वाली है।

निःसंदेह यह बात पहले सह़ीफ़ों (ग्रंथों) में है।

इबराहीम तथा मूसा के सह़ीफ़ों (ग्रंथों) में।[6]